Raw roads
घरों में झाडू, पोंछा, बर्तन का काम करती है वो, सुबह अपनी घर का सारा काम कर अपनी बड़ी बेटी को हज़ारों हिदायतें दे, दूधमुही छुटकी (ऐसा घरवाले पिछले चार साल से बता रहे हैं, औटीज़्म के बारे में कहाँ किसी ने सुना है! )को अक्सर स्मार्टफोन में व्यस्त रहने वाली बड़ी बेटी के बराबर ननद के हवाले कर वह आठ दस किलोमीटर पैदल चल … Continue reading Raw roads